
दसवीं बोर्ड के टॉपर को लैपटॉप देते हुए मैं गौरवनित महसूस कर रहा था। क्योंकि ये सभी बच्चे गांव के स्कूल में पड़कर टॉप किए थे। इस कार्यक्रम में विकास वैभव सर भी मौजूद थे। इसके लिए सबसे बड़ा योगदान ट्राई बैक ब्लू कोचिंग के शिक्षक और संचालक अमित आनंद सर का था। बच्चे कहीं के भी हो टॉप करते हैं तो बहुत खुशी मिलती है। लेकिन इन बच्चों में एक खुशी नाम की लड़की थी जिसने हम सभी को बहुत प्रभावित किया। एक साक्षी थी जो खुशी के ही साथ एक ही स्कूल में पड़ी उसने सारे रिकॉर्ड को तोड़ दिया। एक ही परिवार के तीन बच्चे थे जो तीनों इतिहास बना दिए। एक मेरे जिला पश्चिमी चंपारण के नौतन ब्लॉक की रहने वाली बच्ची थी जिनके पिताजी प्लंबर हैं और वो भी पूरे बिहार में नंबर वन का स्थान लाई। इन सभी से मिलकर इन्हें लैपटॉप देकर बहुत अच्छा लगा।। manish Kasyap